अज्ञात प्लेनेट

बस  एक  कहनी ओर.....
मैं आपका स्वागत है दोस्तो.

Story...

दोस्तो मैं आज आपके लिए एक कहानी लाया हूँ जिसे बच्चे भी पढ़ सकते है.
यह कहानी एक ऐसे ब्रह्माण्ड (universe) की है जहाँ एक ऐसा जीवन था जो हर कोई जीना चाहता था. 
ये टाईम सतयुग का था जहाँ ईश्वर के द्वारा दिया गया लोगो को एक वरदान था की अगर इंसान उनके बनाये नियमो से चलते है तो उन्हें स्वर्ग की प्राप्ति होंगी ओर यदि वह नहीं चलते तो नर्क की. ईश्वर ने संसार तो बनाया साथ ही जीवन को सुचारु रूप से चलाने व चलने के लिए विशेष प्रकार के मार्ग भी बताये. धीरे धीरे समय बीतता रहा लोग सतयुग मे बहुत ही खुश थे लोग एक दूसरे से प्यार करते भाईचारे से रहते कोई किसे को मरता नहीं था लोगो के दिलो मे एक दूजे के लिए भरपूर सम्मान था. 
परंतु जैसे-जैसे टाईम बीतता रहा संसार मे अशांति फ़ैल गई. 









क्युकी तब तक एक शैतान ने अपना अधिकार जमाना शुरू  कर दिया लोगो मे अपना वर्चस्व कायम किया उनको लालच के दलदल मे धकेल दिया लोग जितना पाप करते गए उतना उस शैतान की ताकत बढ़ती  गई. लोग भगवान को ना पूज कर शैतान को पूजते जिसे पृथ्वी के लोग सतयुग से कलयुग की तरफ आ गये. परन्तु ईश्वर ने कभी साथ नहीं छोड़ा ईश्वर ने फिर आकाशवाणी की ओर कहाँ कलयुग मे वों कल्कि अवतार लेंगें 
ओर लोगो का भला होगा.

धीरे धीरे समय ओर बिता पर शैतान ने अपनी हुकूमत से लोगो को वश मे किया हुआ था. रोज कुछ ना कुछ ऐसा होता जिससे कुछ लोग काफ़ी घबराते थे. रोज नई बीमारी सामने आती थी. तभी कुछ बच्चों ने दुनिया को शैतान से बचाने की जंग शुरू की. एक दिन कुछ लोग दूसरे प्लेनेट पर जाने की बात कर रहे थे उस प्लेनेट पर एक जगह है. जहाँ से शैतान लोगो को अपने काबू में करता था पर जो लोग ये बाते कर रहे थे वो भी शैतान के साथी थे. और उनको वहां शक्ति मिलने वाली थी जिससे की वो दुनिया मे आतंक मचा सकते थे. 



ये सारी बाते उन चारो दोस्तो ने सुनी ओर प्लेन बनाया अब हमे ही हमारी दुनिया को बचाना होगा शैतान हमारे प्लेनेट पर नहीं आ सकता. क्युकी शैतान अपने प्लेनेट से लोगो को काबू कर सकता था सिर्फ. क्युकी भगवान ने कहाँ था उनका कल्कि अवतार होगा तब शैतान पृथ्वी पर आने से डरते थे चारो मे से पहले दोस्तों पूजा ने बोला हमें इनका पीछा करना चाहिए ओर पता लगाना चाहिए. ये आगे क्या करने वाले है और हमें इनको रोकना होगा. 





तभी रानी बोली नहीं अभी हमे घर जाना चाहिए घर मे सब बोलेंगे इतनी लेट कहाँ हो गयी तभी नेहा ने बोला सुनो रोज की तरह हम आज बोल देंगे की क्लास देर तक चली थी आज. पर हमें उन शैतान लोगों का पीछा करना बोहोत जरुरी है.  वो उन शैतान का पीछा करते है.  तभी जाते वक़्त उन्होंने देखा आसमान  मे कुछ हलचल हो रही थी वो शैतान लोग प्रार्थना कर रहे थे शक्ति प्राप्ति के लिए जिस  ऊर्जा को  उन्होंने देखा वो उस ऊर्जा को धरती पर आने से रोकने के लिए उन शैतानो के ऊपर पत्थर फेकते है. पर शैतान उनको मारने के लिए उनकी तरफ आते है तभी सामने एक बंद पड़ा शिव का  मंदिर दिखाई देता है वो चारो मंदिर की तरफ भागते है उनमे से चौथा बोलता है. वो देखो मंदिर भागो ओर चलो मंदिर मे छुप जाते है मनीष ने बोला. सब भागते है ओर मंदिर मे छुप जाते है बाकि तीन बहुत डरे होते है. मनीष बोला अब इस मुशीबत से निकला है तो भगवान को याद करो ओर शांत रहो कोई सुन ना ले. 



शैतान का हाथ नेहा पर होता है. अचानक वो डर जाती है ओर डरते डरते पीछे देखती है. शैतान उन सब को पकड़  लेते है सब बोहोत डरे होते है. और ऊपर से आ रही ऊर्जा से उनको ओर डर लगता है तभी मनीष अपना हाथ देखता है उसके हाथ से एक पॉवर निकलती है. ओर ऊपर से आयी रौशनी उसके पॉवर से मिलकर एक सकारात्मक शक्ति उत्पन्न करती है जिससे  की शैतान भागने लगते है. उस सकारात्मक शक्ति से उन चारो को  एक सुपर शक्ति मिल जाती है. सब चौक जाते है. ऐसा कैसे हुआ कहाँ से आयी है सक्ति उनके पास. पूजा बोलती है वहां भगवान का मंदिर था जहाँ हम छुपे थे जब शैतान वहां आये तब हम निचे भी गिर गए थे. जब हम डर गए थे तभी वहां शिव की मूरत पर लगे उनकी छाप हमारे हाथ पर आयी मनीष बोला हमारे नहीं मेरे क्युकी मै गिरा था. 





सब बोले ओके पर अब हमारे पास ताकत है हमने जैसे इनको मारा है अपनी सक्ति से वैसे ओर को मारना होगा पर मनीष बोला अच्छा तो तुम सब अपनी शक्ति  दिखाओ किसके पास कैसी ताकत है रानी बोली हम सब हवा मे उड सकते है बस और कौन सी पॉवर होंगी हमारे पास.  तभी पूजा ने बोला हमें ईश्वर का ध्यान करना होगा ताकि हम अपनी शक्ति को जान पाये. तभी नेहा बोली अरे अभी नहीं अभी हमे घर चलना चाहिए रात होने को आयी है सब वहां से घर चले जाते है तब रात को सोते वक़्त उन्हें अपनी सभी शक्ति का अहसाह हुआ ओर सब ने शुभ एक दूसरे को बातया. 


फिर रोज की तरह सब घर मे टीवी जैसा की देखा करते थे वो न्यूज़ मे देखते है की उनकी पृथ्वी के लोग गायब हो रहे है ओर एक ऐसा दरवाजा खुल गया जो शैतान का रास्ता था सब लोग गायब क्यों हो रहे हैं.  ये जानने के लिए सब एक साथ एक जुट  होते है ओर बात करते ये लोग कहाँ गायब हो गये. हमे इनको बचाना चाहिए. नेहा तुम बताओ कोई आईडिया है.तब नेहा बोली नहीं मेरा दिमाग़ नहीं चल रहा तुम लोग ही सोचो मनीष बोला रानी तुम्हारा भाई योगेश मैथ मे अच्छा है. उसे बुलाओ रानी बोली वो क्या करेगा.  मनीष बोला मुझे साइंस की जानकारी है. पूजा बोली साफ साफ बता क्या कहना चाहते हो. मनीष बोला मेरे पास आइडिया है इस खुले हुए रास्ते को बंद करने का उसके लिए हमे कुछ चीजों की जरुरत पड़ेगी हमें एक यान बनाना होगा रानी बोली वो कैसे होगा. हम यान कैसे ओर क्यों बनाये. मनीष बोला समझाता हूँ. 


शैतानी रास्ता बंद अगर करना हे उससे पहले हमें वहां जाना होगा उनसे जब हम लड़ रहे होंगे तब सब कुछ प्लेन के मुताबिक होगा हम वहां यान के जरिये जायेंगे ओर वहां के दरवाजे को बंद कर देंगे शैतान के पूजने वालों को ओर उस यान मे जितने लोग पृथ्वी से गायब है उनको वापस यान पर बिठा कर धरती पर ले आएंगे नेहा बोली यान बनाने मे बहुत टाईम लगेगा ओर क्या क्या पता की  एक यान को बनाने मे क्या कुछ लगेगा. मनीष बोला सब मुझे पे छोड़ दो बस योगेश को बुला कर लाओ उसकी मदद से हम एक यान की  गणना कर सकते है. सब के सब काम पर लग जाओ नेहा तुम्हे उड़ कर भारी मात्रा मे लोहा ओर स्टील लाना होगा मैं  जब तक साइंस एक्सपेरिमेंट के जरिये इसे डेवलप कर के  एक मशीन तैयारी करता हूँ. 





पूजा तुम्हे भरपूर टैंक मे पानी लाना होगा ओर सिल्वर कॉपर  जिससे की यान की गति को हम अपने अनुसार उड़ा सके. तब तक रानी योगेश को बुलाती है. योगश पूछता है  तुम सब क्या करने की कोशिश कर रहै हो कोई बातयेगा तब रानी डिटेल मे उसे सब बता देती है फिर योगेश बोलता है. ओके ठीक है मे भी दुनिया को बचाने मे तुम्हारी हेल्प करूंगा. फिर वो मैथ के कुछ फार्मूलो की मदद से एक मैप ओर यान बनाने मे क्या ओर कितना आयाम लगेगा बता देता है सब दिए गए कार्य के अनुसार सामान ले आते है  ओर एक यान बना देते है.  अब यान तो बन गया मनीष ने बोला पर ये उड़ाएगा  कौन क्या तुम मे से किसे को आता है. सब ने बोला नहीं. नेहा बोली हम सिर्फ उड़ सकते है पर वहां फसे इंसान को सिर्फ यान मे ही वापस ला सकते है. फिर सब यान को छुपा देते है पहाड़ी के निचे वहां से घर आ जाते है तब अगली सुबह होने के बाद कॉल पर बात करते हे की इंस्टिट्यूट मे सब मिलके बात करते है  2 बजे सब ने बोला ओके मिलते है. मनीष ने बोला रानी योगेश को साथ ले आना जो भी करना है कल ही करना है. फिर दोपहर के टाइम 2 बजे सब इंस्टिट्यूट आते है तब मैडम बोलती है आज एक नये बच्चे ने एडमिशन लिया है  उसका नाम नितेश है. 






सब स्वगात करते है पर ये परेशान थे दुनिया को बचाने मे तब पूजा बोली हमें अपनी मैडम को सब सच बता देना चाहिए तभी मैडम बोली कुछ कहना चाहते हो तुम सब नेहा बोली हाँ मैडम एक बात है जो हमने आपसे छुपाई ओर किसी को नहीं बताई मैडम बोली क्या बात है तब मनीष ने पूरी कहानी सभी को बता देता है ओर इंस्टिट्यूट से कुछ लोग उनके साथ उनकी हेल्प के लिए सामने आगये सब ने यान को देखने के लिये ओर मिशन मे शामिल होने के लिए निकल पड़ते है . मैडम ने नितेश को बोला किसी  को तुम ओर बाकी सब ये बाते मत बताना सब ने एक स्वर मे बोला ओके मैडम. तब मनीष ने अपने बनाये यन्त्र से यान को चालू किया पर यान चलाना आता नहीं था. तो नितेश बोला मे चला लूंगा यान आप सब बैठ जाओ सब बोले सच क्या तू यान चला सकता हे मैडम ने पूछा. नितेश बोला हाँ मैडम आप सब बैठ जाओ बहुत देर हो चुकी हे अब हमें निकलना चाहिए 








मनीष ने बोला सब सीट बेल्ट बांध लो डिमेन्शन चालू कर दिया है.  नितेश ने यान ऊपर की ओर लिया नेहा ने अपनी शक्ति से यान को ओर तेज किया रानी पूजा ने यान मे अपनी शक्ति से बाकि लोगो को जो उनके मिशन मे शामिल थे उनको अपनी शक्ति से उनको भी ऊपर खींचा ओर सब को लेकर नितेश शैतानी दरवाजे को बंद करने उनके प्लेनेट पर चल दिए.  कुछ मील की दुरी पर ही कुछ शैतानो ने उन पर हमला किया सभी ने मिलकर मुकाबला किया पूजा ने यान मे बैठ कर मैन दरवाजे से हमला किया और  फायरिंग मशीन शैतानो पर हमला किया जो यान के ऊपर चढ़ गए थे और उनको मार गिरया. रानी ने  यान के    पीछे जाके शैतान को अपनी शक्ति से यान से निचे गिरा दिया नेहा ने अपनी शक्ति से प्लेनेट पर जाकर लोगो को बचाना शुरू किया. नितेश पीछे हमारे ओर भी शैतान है  क्या तुम इन्हे यहाँ रोक सकते हो पूजा ने बोला तब तक हम इस दरवाजे को बंद करने के लिए शैतान की गुफा मे जा रहे है  नितेश बोला ठीक है. सब निकल पड़ते है नितेश बोला बेस्ट ऑफ़ लक. 












सब ने एक दूसरे को देखा ओर अपने अपने काम मे लग गए वहां जाकर बड़े शैतानो से उनका मुकाबला हुआ सब को चोट लग जाती है  तभी वहां भूचाल आता है ओर सब धसने लग जाता है सब ओर निचे तक दब जाते है सब ने अपनी आँखे बंद की ओर कहाँ नितेश बाकि सब यान मे पहुँच चुके है पर कुछ लोग ओर हम यहाँ गुफा मे काफ़ी अंदर तक धस गए है ओर नेहा बोली शायद ये कोई जादुई दलदल है हमारी शक्ति यहाँ काम नहीं कर पर रही है मनीष बोला नितेश तुम इनको लेकर चले जाओ नितेश बोला नहीं मैं  तुम सबको यहाँ ऐसे नहीं छोड़ कर जा सकता तभी नितेश ने बोला यान का कोई ऑटो पायलेट बटन कौन सा है ओके मील गया.  यहाँ फिर  मनीष बोला उससे क्या होगा हम नहीं बच पाएंगे तुम लेके जाओ इन लोगो को तभी नितेश बोला बस थोड़ी देर ओर लो आ रहा हूँ. पूजा बोली ये अब कौन सी बेवकूफी कर रहे हो यहाँ यान लाओगे तो सब शैतान दुबारा सबको पकड़ लेंगे . मनीष बोला ऐसा मत करो.  नितेश बोला जायेंगे तो सब यहाँ से घर. तब नेहा बोली क्या करने वाले हो तुम. नितेश बोला 12 घंटा ये यान ऑटोमोड मे चलेगा मै  मनीष के बनाये यंन्त्र से शैतानी दरवाजा बंद करदूंगा ओर यान से रस्सी फेक दूंगा तुम सब शैतानी दरवाजे के पास आ जाना ओर अपनी शक्ति वहां पूरी जान से लगा देना ओर बाकि फसे लोगो को बोलना अंदर जाये यान के तब मे मशीन यन्त्र शुरू कर दूंगा जो मनीष ने बनया था फिर शैतानी दरवाजा बंद होते ही मै  यान को तुम्हारी ओर करदूंगा तुम सब अपनी शक्ति से यान मे आ जाना ओर मे निचे आके मनीष को उसका यंत्र दूंगा फिर ऑटोमोड मे यान खुद पृथ्वी पर सही सलामत निचे जब जा रहा होगा तब तुम सब मुझे ऊपर खींच लेना सब ऐसा ही करते हे नितेश ऑटोमोड शुरू कर देता है बाकि लोग को यान मे ले आते है बचा कर ओर बाकि सब भी. पर नितेश नहीं आ पाता उसका हाथ छुट्ट जाता है  ओर वो वही गिर जाता है  यान मे सब बात करते है अब तक मर गया होगा पर पूजा नेहा रानी बोलते है  नहीं हमें अपनी शक्ति का इश्तेमाल करना चाहिए. उससे बात करने की कोशिश करते है  पर संपर्क नहीं हो पाता ओर सब पृथ्वी पर आ जाते हे 












कुछ दिन बाद पार्क मे सब सोचते है  स्पेस डिमेन्शन मे गिरने के बाद इंसान वहां फस जाता है तो  क्यों ना हम एक साथ दुबारा सपंर्क करें क्या पता जिन्दा हो अभी  पूजा ने कहाँ फिर मनीष बोला नहीं  अब तक बोहत देर हो चुकी है  सब घर आ जाते है  रात को  नेहा रानी मनीष सब पूजा की बात को फिर से सोचते है ओर एक साथ खड़े  हो जाते है  ओर अपनी शक्ति से उससे बात करते है जवाब नहीं मिलता पर थोड़ी देर बाद नितेश बोलता है यस अभी मे जिन्दा हूँ यहाँ पर तभी मनीष अपना यंत्र निकालता हे ओर यान को शुरू करता  है  सब चलते है उस जगह दुबरा उसको लेने वहां पहुँच कर सब ढूंढते है इधर उधर तभी नितेश का हाथ दिखता है ओर नेहा रानी बोलती है  वहां कुछ है शायद नितेश बोला कोई ओर नहीं मै  ही हूँ सब जाते है उसको वहां से बाहर निकलते है  ओर यान से वापस पृथ्वी पर  आ जाते है  सब बहुत  खुश होते है ओर इस तरह शैतान हार जाता है अच्छाई जीत जाती है..... 


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